जीवन के दो रास्ते कभी-कभी जिंदगी हमें दो रास्तों पर लाकर खड़ा कर देती है—एक वो, जहाँ हम अपने सपनों को देखकर भी अनदेखा कर देते हैं, और दूसरा वो, जहाँ हम अपने डर को मात देकर उन सपनों को साकार करते हैं। रॉबर्ट कियोसाकी की पुस्तक “रिच डैड और पुअर डैड” हमें इन्हीं दो रास्तों की कहानी सुनाती है। यह कहानी है, धन और गरीबी की, संघर्ष और सफलता की, सीमाओं से परे जाकर नए आयामों को छूने की। दो पिता, दो विचारधाराएं रॉबर्ट के जीवन में दो पिता थे—एक ‘पुअर डैड’, उनके जैविक पिता, और एक ‘रिच डैड’,