Motivational book in hindi सफलता हासिल करने के लिए सही मानसिकता ज़रूरी *व्यवसाय *परवरिश *शिक्षा *संबंध ‘इस पुस्तक का महत्व शिक्षा से भी आगे तक जाता है। यह उन व्यवसायियों के लिए भी प्रासंगिक है, जो प्रतिभा को विकसित करना चाहते हैं और उन अभिभावकों के लिए भी, जो अपने बच्चों को चुनौती के माहौल में बढ़ते हुए देखना चाहते हैं। – बिल गेट्स प्रोफ़ेसर डवेक स्पष्ट करती हैं कि मात्र हमारी योग्यताओं और प्रतिभा से ही हमें सफलता नहीं मिलती है, बल्कि इस बात से मिलती है कि हम अपने लक्ष्यों की और बढ़ते समय सीमित मानसिकता रखते हैं
Author: VSP sir
महिला संगीत स्क्रिप्ट Ledies Sangeet Script
यह महिला संगीत मंच संचालन स्क्रिप्ट किसी शादी की रियल स्क्रिप्ट है यह आपके मंच संचालन में काफ़ी हेल्पफुल होगी। वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ , निर्विघ्नम कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा -2 आदि-पूज्यम गणाध्यक्षम उमा पुत्रम विनायकम मंगलम परमं रूपं श्री गणेशम नमाम्यहम-2 आज का यह प्रोग्राम निर्विघ्न रूप से कंप्लीट हो इसके लिए सभी ऑडियंस हाथ ऊपर उठाकर के एक साथ जयकारा लगाएंगे – गणपति बप्पा-मोरया -4 वाह क्या बात है मजा आ गया । अब लगा है कि कार्यक्रम शुरू हो गया है । सभी प्यारी प्यारी ऑडियन्स को मेरा नमस्कार, गुड इवनिंग,राम राम , ससरिया काल,
Ambedkar jayanti
परिचय – भारत निर्माता , सविधान निर्माता , भारत रत्न डॉ बाबा साहेब अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को हुआ था इसलिए 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती के रूप में मनाया जाता है। इनका पूरा नाम अपनी माँ भीमा , पिता रामजी और अपने ब्रामण अध्यापक का दिया अम्बेडकर नाम से “ डॉ भीमराव रामजी अम्बेडकर “ पूर्ण होता है। इनका जन्म महू [मध्यप्रदेश ] में हुआ था इनके पिता ब्रिटिश आर्मी में सूबेदार के रूप में कार्य करते थे अम्बेडकर जी के दो शादियां हुई थी पहली रामा बाई [1906 – 1935 ] के साथ और फिर इनकी
छत्रपति शिवाजी – chhatrapati shivaji
भारत के सबसे बहादुर और बुद्धिमान सम्राटों में से एक गिने जाने वाले योद्धा । जो न तो दिल्ली की गद्दी के आगे झुका और नहीं अंग्रेजों के सामने । ऐसे वीर सपूत भारतीय गणराज्य के महानायक छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म 19 फरवरी 1630 को मराठा परिवार में हुआ था इसी कारण हर 19 फरवरी को उनकी जयंती मनाई जाती है। आपको बता दें, कि शिवाजी महाराज का नाम शिवाजी भोसले था लेकिन जब उन्हें मराठा साम्राज्य का ताज बनाया गया जिसके बाद से वह छत्रपति कहलाने लगे । शिवाजी महाराज की जयंती मुख्य रूप से महाराष्ट्र में बड़ी
स्वामी दयानंद सरस्वती [ Swami Dayanand Saraswati]
स्वामी दयानंद सरस्वती का नाम तो आपने सुना ही होगा उनका जन्म 12 फरवरी 1824 को हुआ था वे जाति से ब्राह्मण थे इन्होंने अपने कर्मों से ही ब्राह्मण शब्द को परिभाषित किया । उनका कहना था कि जो व्यक्ति ज्ञान का पुजारी हो और दूसरों को ज्ञान बाटता हूं वही ब्राह्मण कहलाने का हकदार होता है इन्होंने मूर्ति पूजा का विरोध करते हुए वेदों और उपनिषदों का अध्ययन करना और उस ज्ञान से लोगों को लाभान्वित करना , अपना धर्म बताया। स्वामी दयानंद सरस्वती जब 21 वर्ष के थे उनके जीवन में एक घटना घटित हुई । उस घटना
5 फरवरी गुरु रविदास जयंती
5 फरवरी गुरु रविदास जयंती 15 वीं सदी के महान संत गुरु रविदास जातिवाद और आध्यात्मिकता के खिलाफ अपने कार्यों के लिए पूजनीय हैं। रविदास जी को गुरु रविदास, संत रविदास, भक्त रविदास, रैदास, रूहीदास और रोहिदास के नाम से भी जाना जाता है। माना जाता है कि उनका जन्म 5 फरवरी 1398 में माघ मास की पूर्णिमा को वाराणसी के सीर गोवर्धनपुर गांव, जो अब उत्तर प्रदेश में है जन्म हुआ था जिसे अब श्री गुरु रविदास जन्म स्थान के नाम से भी जाना जाता है । संत रविदास के पिता का नाम रघु और माता का नाम धुरविनिया
Importancy Of Education Money
Education money Education money हमारी लाइफ के लिए कितना useful है इससे हमारी life में क्या changes हो सकते है। इसकी importancy को एक कहानी से समझने का प्रयास करते हैं। एक बार एक राजा शिकार खेलने वन में गया और रास्ता भटक गया। रास्ता खोजते खोजते उसे अंधेरा हो चुका था भूख और प्यास से पीड़ित होकर पूरी तरह से थक चुका था। तभी अचानक उसे तीन बालक खेलते हुए नजर आए। राजा ने उन तीनों को बुलाकर अपने को भूखा प्यासा होना बताया और कुछ खाने की मंशा जाहिर की। वे
शिक्षक या सर्वकार्यक
शिक्षक या सर्वकार्यक वर्तमान में वोटिंग लिस्ट से आधार लिंकिंग का कार्य चल रहा था। मुझे इस कार्य ने शिक्षक की नगण्य भूमिका में ला दिया था ऊपर से इतना दबाव बनाया जा रहा था कि जल्द से जल्द इस कार्य को पूरा किया जाए। हालाँकि सरकार ने इसके लिए लम्बा समय तय किया था लेकिन मॉनिटिरिंग ऑफिसर्स के द्वारा अपना अचीवमेंट शो करने के लिए शिक्षक कम बीएलओज् पर दबाव बनाया जा रहा था। कहने को तो शिक्षक राष्ट्र निर्माता कहलाता है लेकिन मुझे लगता है शिक्षा कार्य गौण करते हुए इनसे अन्य कार्यो के द्वारा ही राष्ट्र निर्माण
15 अगस्त कार्यक्रम स्क्रिप्ट – मंच संचालन
Anchoring Script for Independence Day in Hindi स्वतन्त्रता दिवस इंकलाब जिंदाबाद । जय जवान, जय किसान । वन्दे मातरम । सारे जहाँ से अच्छा, हिन्दोस्तां हमारा । सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है। देखना है जोर कितना बाजू ए-कातिल में है भारत माता की जय विद्यालय के सभी अध्यापक, अध्यापिकाएं,छात्र छात्राएं और गावँ से पधारे हुए सभी ग्रामवासी । आप सभी का आज के इस नेशनल प्रोग्राम हार्दिक अभिनंदन एंड वेलकम । आज यहाँ हम सभी मिलकर 75 वाँ स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहे है प्यारे छात्रों , क्या आप सभी को यह पता है कि हम स्वतंत्रता दिवस
How to speak in public सफल वक़्ता बने
The art of public speaking: नमस्कार साथियों, दुनियां में हर एक पढ़ा-लिखा व्यक्ति यह चाहता हैं कि में एक सफल वक़्ता बनकर लोगों के सामने प्रभावशाली व्यक्तित्व पेश करू । लेकिन दोस्तों, कई लोग तो इस कला में माहिर हो जाते हैं और कई लोग सफल नहीं हो पाते । What are the 5 arts of public speaking? How can I learn the art of public speaking? तो चलिए , यह कंटेंट उन लोगों को सफ़ल वक्ता बनने की और अग्रसर करेगा जो वास्तव में बनना