26 january speech in hindi 26 जनवरी, हर भारतीय के लिए गर्व, बलिदान और नए आरंभ का प्रतीक है। इस दिन की महत्ता को समझने के लिए हमें इतिहास के उन सुनहरे पन्नों को पलटना होगा, जहां भारत की आजादी और गणराज्य बनने की यात्रा अंकित है। कहानी की शुरुआत: आजादी की लड़ाई का स्वप्न साल 1929 का लाहौर अधिवेशन, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण मोड़ था। पंडित जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने पूर्ण स्वराज्य (पूर्ण स्वतंत्रता) का संकल्प लिया। 26 जनवरी 1930: इसी दिन को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया
Year: 2024
सरदार वल्लभ भाई पटेल
सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म और प्रारंभिक जीवन सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के नाडियाड में हुआ था। उनका जन्म एक साधारण, परंतु संस्कारित और राष्ट्रप्रेमी किसान परिवार में हुआ। पिता झावेरभाई पटेल एक सशक्त स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने 1857 के विद्रोह में भाग लिया था, जबकि मां लाड़बाई धार्मिक और सादगीपूर्ण जीवन जीने वाली महिला थीं। वल्लभ भाई का जीवन बचपन से ही कठिनाइयों से भरा हुआ था, लेकिन इन चुनौतियों ने उन्हें कभी पीछे नहीं हटने दिया। उनका बचपन बहुत साधारण था। गांव की धूल भरी पगडंडियों पर खेलते हुए, खेती
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जीवन के दो रास्ते कभी-कभी जिंदगी हमें दो रास्तों पर लाकर खड़ा कर देती है—एक वो, जहाँ हम अपने सपनों को देखकर भी अनदेखा कर देते हैं, और दूसरा वो, जहाँ हम अपने डर को मात देकर उन सपनों को साकार करते हैं। रॉबर्ट कियोसाकी की पुस्तक “रिच डैड और पुअर डैड” हमें इन्हीं दो रास्तों की कहानी सुनाती है। यह कहानी है, धन और गरीबी की, संघर्ष और सफलता की, सीमाओं से परे जाकर नए आयामों को छूने की। दो पिता, दो विचारधाराएं रॉबर्ट के जीवन में दो पिता थे—एक ‘पुअर डैड’, उनके जैविक पिता, और एक ‘रिच डैड’,
जवाहर लाल नेहरू
पंडित जवाहरलाल नेहरू का पारिवारिक जीवन बेहद भावुक और समृद्ध था, जो उनकी संघर्षशीलता और संवेदनशीलता को और भी गहराई से उजागर करता है। नेहरू जी का जन्म 14 नवंबर 1889 को इलाहाबाद के एक सम्पन्न और प्रतिष्ठित परिवार में हुआ। उनके पिता, पंडित मोतीलाल नेहरू, एक प्रख्यात वकील और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अग्रणी नेता थे। मोतीलाल नेहरू ने अंग्रेजी शासन के विरुद्ध देश की स्वतंत्रता के लिए अपना जीवन समर्पित किया, और उन्होंने अपने बेटे जवाहरलाल में भी यही देशभक्ति की भावना जगाई। नेहरू जी की माता, स्वरूपरानी नेहरू, एक धार्मिक और पारंपरिक भारतीय महिला थीं। वे अपने
करवा चौथ
परिचय: करवाचौथ का महत्व करवाचौथ भारतीय महिलाओं के लिए सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है, जिसे मुख्य रूप से उत्तर भारत में विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और समृद्धि के लिए मनाती हैं। यह त्योहार उनके सच्चे प्रेम और समर्पण का प्रतीक होता है। करवाचौथ का व्रत कठोर होता है, जिसमें महिलाएं सूर्योदय से चंद्रमा के दर्शन तक बिना अन्न और जल ग्रहण किए रहती हैं। करवाचौथ की कहानी वीरवती की कथा: प्रेम और तपस्या की मिसाल वीरवती एक अत्यंत सुंदर और प्रिय राजकुमारी थी। वह अपने सात भाइयों की एकमात्र बहन थी, और
baba siddique
बाबा सिद्दीकी, जो एक पूर्व महाराष्ट्र मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के वरिष्ठ नेता थे, की 12 अक्टूबर 2024 को मुंबई के बांद्रा इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना उस समय हुई जब सिद्दीकी अपने बेटे और महाराष्ट्र के विधायक जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के पास दशहरा के अवसर पर पटाखे जला रहे थे। तीन हमलावरों ने अचानक हमला कर दिया और 9.9 मिमी की पिस्तौल से गोलीबारी की, जिससे बाबा सिद्दीकी को पेट और छाती में गंभीर चोटें आईं। उन्हें तुरंत लीलावती अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वह बच नहीं सके। इस घटना के बाद दो
lal bahadur shastri
परिचय लाल बहादुर शास्त्री, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान नेता और भारत के दूसरे प्रधानमंत्री, अपने सरल जीवन और दृढ़ संकल्प के लिए आज भी हर भारतीय के दिल में एक विशेष स्थान रखते हैं। उनकी सादगी, ईमानदारी और नेतृत्व ने उन्हें भारत के सबसे प्यारे नेताओं में से एक बना दिया। आइए, हम उनके जीवन की प्रमुख घटनाओं, संघर्षों और उपलब्धियों पर एक नजर डालते हैं। प्रारंभिक जीवन: संघर्ष, सादगी और प्रेरणा की कहानी लाल बहादुर शास्त्री का प्रारंभिक जीवन साधारण होने के बावजूद अत्यंत प्रेरणादायक है। उनका जन्म 2 अक्टूबर, 1904 को उत्तर प्रदेश के छोटे से
Mahatma Gandhi
परिचय महात्मा गांधी, जिन्हें प्यार से बापू कहा जाता है, भारत के स्वतंत्रता संग्राम के महानायक थे। उनका जीवन सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों पर आधारित था, और वे एक साधारण जीवन जीने वाले असाधारण व्यक्ति थे। इस लेख में हम महात्मा गांधी के जीवन के विभिन्न पहलुओं, उनके संघर्षों, और उनकी प्रेरणादायक कहानियों पर ध्यान देंगे, जो आज भी हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। 1 महात्मा गांधी का प्रारंभिक जीवन महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर, गुजरात में हुआ था। उनका पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था। उनके पिता, करमचंद गांधी, पोरबंदर के
Goals in life
लक्ष्य (Goals) जीवन में इसलिए Important हैं क्योंकि ये हमें एक स्पष्ट दिशा ( Clear direction) और उद्देश्य (Purpose) प्रदान करते हैं। जब हमारे पास कोई लक्ष्य होता है, तो हम अपनी ऊर्जा (Energy), समय(Time) और प्रयास(Efforts) को सही दिशा(Direction) में लगाते हैं। लक्ष्य हमें प्रेरित(Motivate) करते हैं और कठिनाइयों का सामना करने में मदद करते हैं। आइए, इसे उदाहरणों के माध्यम से समझते हैं: 1. दिशा की आवश्यकता: [ Direction Required ] जब हमारे पास कोई लक्ष्य नहीं होता, तो हम Life में बिना किसी Direction के चलते रहते हैं। जैसे अगर कोई व्यक्ति बिना नक्शे के किसी अंजान
hindi diwas speech
हिंदी दिवस हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है। इसे हिंदी भाषा के महत्व को उजागर करने और राष्ट्रभाषा के रूप में हिंदी के प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से मनाया जाता है। हिंदी दिवस के बारे में प्रमुख तथ्य: इस प्रकार से है । 14 सितंबर 1949 को भारतीय संविधान सभा ने हिंदी को भारत की राजभाषा के रूप में स्वीकार किया गया था। इसे यादगार बनाने के लिए 1953 से हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है ।वर्ष 1918 में हुए एक “हिंदी साहित्य सम्मेलन” में गांधीजी के द्वारा हिंदी को “राजभाषा” बनाने पर जोर दिया