Ambedkar jayanti

परिचय  – भारत निर्माता , सविधान निर्माता , भारत रत्न  डॉ बाबा साहेब अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को हुआ था इसलिए 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती के रूप में मनाया जाता है।   इनका पूरा नाम अपनी माँ भीमा ,  पिता रामजी और अपने  ब्रामण  अध्यापक का दिया अम्बेडकर नाम से  “ डॉ भीमराव  रामजी  अम्बेडकर “ पूर्ण होता है।  इनका जन्म महू [मध्यप्रदेश  ] में हुआ था  इनके पिता ब्रिटिश आर्मी में सूबेदार के रूप में कार्य करते थे  अम्बेडकर जी के दो शादियां हुई  थी पहली   रामा बाई  [1906 – 1935 ]  के साथ  और फिर इनकी

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छत्रपति शिवाजी – chhatrapati shivaji

भारत के सबसे बहादुर और बुद्धिमान सम्राटों में से एक गिने जाने वाले योद्धा । जो न तो दिल्ली की गद्दी के आगे झुका और नहीं अंग्रेजों के सामने । ऐसे वीर सपूत भारतीय गणराज्य के महानायक छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म 19 फरवरी 1630 को मराठा परिवार में हुआ था इसी कारण हर 19 फरवरी को उनकी जयंती मनाई जाती है। आपको बता दें, कि शिवाजी महाराज का नाम शिवाजी भोसले था लेकिन जब उन्हें मराठा साम्राज्य का ताज बनाया गया जिसके बाद से वह छत्रपति कहलाने लगे । शिवाजी महाराज की जयंती मुख्य रूप से महाराष्ट्र में बड़ी

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स्वामी दयानंद सरस्वती [ Swami Dayanand Saraswati]

स्वामी दयानंद सरस्वती का नाम तो आपने सुना ही होगा उनका जन्म 12 फरवरी 1824 को हुआ था वे जाति से ब्राह्मण थे इन्होंने अपने कर्मों से ही ब्राह्मण शब्द को परिभाषित किया । उनका कहना था कि जो व्यक्ति ज्ञान का पुजारी हो और दूसरों को ज्ञान बाटता हूं वही ब्राह्मण कहलाने का हकदार होता है इन्होंने मूर्ति पूजा का विरोध करते हुए वेदों और उपनिषदों का अध्ययन करना और उस ज्ञान से लोगों को लाभान्वित करना , अपना धर्म बताया। स्वामी दयानंद सरस्वती जब 21 वर्ष के थे उनके जीवन में एक घटना घटित हुई । उस घटना

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 5 फरवरी गुरु रविदास जयंती

 5 फरवरी गुरु रविदास जयंती 15 वीं सदी के महान संत गुरु रविदास जातिवाद और आध्यात्मिकता के खिलाफ अपने कार्यों के लिए पूजनीय हैं। रविदास जी को गुरु रविदास, संत रविदास, भक्त रविदास, रैदास, रूहीदास और रोहिदास के नाम से भी जाना जाता है। माना जाता है कि उनका जन्म 5 फरवरी 1398 में माघ मास की पूर्णिमा को वाराणसी के सीर गोवर्धनपुर गांव, जो अब उत्तर प्रदेश में है जन्म हुआ था जिसे अब श्री गुरु रविदास जन्म स्थान के नाम से भी जाना जाता है । संत रविदास के पिता का नाम रघु और माता का नाम धुरविनिया

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